भटूरे- तुरत फुरत -
घर पर छोले बने हो और बच्चे अचानक से भटूरे की फरमाइश कर बैठे, तो उनकी डिमांड पूरी कीजिए, ये तुरत फुरत भटूरे बनाकर.
आवश्यक सामग्री -
मैदा- 2 कप (250 ग्राम)
सूजी- ¼ कप (50 ग्राम)
आलू- 3 (150 ग्राम) (उबले और छिले हुए)
दही- ½ कप
तेल- 2 टेबल स्पून
बेकिंग सोडा- ¼ छोटी चम्मच से कम
नमक- ½ छोटी चम्मच
तेल- भटूरे तलने के लिए
विधि -
एक प्याली में बारीक वाले कद्दूकस का इस्तेमाल करते हुए आलू कद्दूकस कर लीजिए.
नरम आटा लगाइए
किसी बड़े प्याले में मैदा लीजिए. इसमें सूजी, दही, नमक, बेकिंग सोडा और 2 छोटी चम्मच तेल डालकर सारी सामग्रियों को मिक्स कर लीजिए. इस मिश्रण में कद्दूकस किए आलू भी डाल दीजिए तथा हाथ से ही अच्छे से मिला लीजिए. फिर, इसमें थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए परांठे के आटे जैसा नरम आटा गूंथकर तैयार कर लीजिए.
इसके बाद, हाथों पर थोड़ा सा तेल लगाकर आटे को मसल-मसल कर चिकना कर लीजिए तथा आटे पर थोड़ा सा तेल लगाकर इसे 15 से 20 मिनिट तक सैट होने के लिए रख दीजिए. इतना आटा लगाने में ¼ कप से थोड़ा सा ज्यादा पानी इस्तेमाल हुआ है.
लोइयां बनाइए
गुंथे आटे के फूलने के बाद, हाथ पर थोड़ा सा तेल लगाकर इसे फिर से चिकना कर लीजिए और आटे को थोड़ा सा और मसल लीजिए. हाथ पर थोड़ा सा सूखा मैदा लगाइए और आटे से लोइयां तोड़ लीजिए. एक-एक लोई को तोड़कर गोल-गोल बनाकर रखते जाइए. साथ ही, कढ़ाही में तेल गरम होने रख दीजिए.
भटूरा बेलिए
चकले और बेलन पर थोड़ा सा तेल लगाकर एक लोई उठाकर चकले पर रखिए और पहले इसे हाथ से दबा-दबाकर थोड़ा सा चपटा कर लीजिए. फिर, इसे बेलन से दबाव देते हुए थोड़ा सा बेल लीजिए. हाथ से उठाकर वापस चकले पर रखने पर भटूरा थोड़ा सा सिकुड़ जाता है. इसलिए पहले इसे थोड़ा सा उठा-उठाकर बेल लीजिए. इसके बाद, भटूरे को उठाकर बेलने की बजाय चकले को ही घुमाकर इसे परांठे जितना पतला बेल लीजिए.
भटूरा तलिए
भटूरा तलने से पहले, कढ़ाही में तेल गरम है या नही, इसे चैक कर लीजिए. इसके लिए, थोड़ा सा आटा तोड़कर तेल में डाल दीजिए. आटा तुरंत सिककर तैरकर ऊपर आ रहा है, तो तेल अच्छे से गरम हो गया है. गरम तेल में भटूरा तलने के लिए डाल दीजिए. भटूरे को कलछी से हल्का सा दबाकर फुला लीजिए. भटूरे को अच्छे से फूल जाने के बाद पलट दीजिए और इसे दोनों ओर से हल्का गोल्डन ब्राउन होने तक तल लीजिए.
पूरी तरह से सिक जाने के बाद, भटूरे को किसी नैपकिन पेपर बिछी प्लेट में निकाल लीजिए. भटूरे को निकालते समय कलछी पर तिरछा करके कढ़ाही के किनारे पर ही रोक लीजिए ताकि इससे अतिरिक्त तेल कढ़ाही में ही वापस चला जाए.
भटूरे बेलने का अन्य तरीका
भटूरे को सूखी मैदा लगाकर भी बिल्कुल पहले वाले भटूरे की तरह बेला जा सकता है. इसके लिए, चकले को घुमाने की आवश्यकता नही है, भटूरे को उठाकर घुमाकर फिर से चकले पर रखकर बिल्कुल परांठे की तरह बेल लीजिए. जैसे ही भटूरा चकले पर चिपकने लगे, इस पर थोड़ी सी सूखी मैदा लगाकर बेलिए.
इस बेले हुए भटूरे को भी तलने के लिए कढ़ाही में डाल दीजिए. भटूरे को उसी प्रकार कलछी से हल्का सा दबाते हुए फुलाकर तल लीजिए. इसी प्रकार सभी भटूरे फ्राय कर लीजिए.
फूले-फूले भटूरे तुरत फुरत बनकर तैयार हैं. इन स्वाद से भरपूर, गरमागरम नरम भटूरों को पहले से तैयार छोलों के साथ सर्व कीजिए और चाव से खाइए.
8 से 10 भटूरे बनाने के लिए पर्याप्त
सुझाव
आलू को बारीक कद्दूकस से ही कद्दूकस कीजिए ताकि वह मैदा में आसानी से गुंथ सके.
आटा लगाते समय थोड़ा-थोड़ा पानी डालें. आटे को पतला न करें, हल्का सा सख्त रखें क्योंकि आलू की नमी आटे में आ जाती है और बाद में आटा नरम हो जाता है.
मैदा के साथ आलू का उपयोग आटे को नरम बनाने के लिए किया गया है. दही और सोडा भी यही काम करते हैं.
मैदा में सूजी मिलाने से भटूरे अच्छे से फूलते हैं और सिकने के बाद, जल्दी पिच़कते नही है.
भटूरे का साइज आप अपने पसंदानुसार थोड़ा छोटा या बड़ा रख सकते हैं. इनका आकार भी गोल या ओवल अपनी पसंद के हिसाब से रख सकते हैं.
आप अपनी सुविधानुसार ऊपर दिए गए दोनों में से किसी भी तरीके से भटूरे बेल सकते हैं, लेकिन भटूरों को बहुत ज्यादा पतला न बेलें, इन्हें हल्का सा मोटा ही रखें.
भटूरा तलते समय तेल ज्यादा गरम लगे, तो आंच थोड़ी कम कर लें.
No comments:
Post a Comment