सिंघाड़े के आटे और उबले आलू से तैय़ार क्रिस्पी फलाहारी आलू भुजिया नमकीन, नवरात्रि स्पेशल स्नैक्स
आवश्यक सामग्री-
आलू- 3 (उबले हुए)
सिंघाड़े का आटा- 1 कप (150 ग्राम)
सेन्धा नमक- ¾ छोटी चम्मच
काली मिर्च पाउडर- ½ छोटी चम्मच
हल्दी पाउडर- ⅓ छोटी चम्मच
तेल- तलने के लिए
विधि--
आलू को छीलकर कद्दूकस कर लीजिए. सिंघाड़े के आटे में कद्दूकस किए हुए आलू डालिए. साथ ही इसमें सेन्धा नमक, काली मिर्च पाउडर और हल्दी पाउडर भी डाल दीजिए. सारी सामग्रियों को अच्छे से मिला लीजिए और इससे नरम आटा लगाकर तैयार कर लीजिए. इस आटे में 1 से 2 छोटी चम्मच तेल का इस्तेमाल करके आटे को मलते हुए थोड़ा सा चिकना कर लीजिए.
सेव मशीन में तैयार आटा भरिए
भुजिया बनाने के लिए सेव बनाने की मशीन लीजिए. इसमें बारीक छेद वाली जाली सैट कर दीजिए और मशीन के सिलेन्डर के अंदर चारों ओर थोड़ा सा तेल लगा दीजिए. हाथ पर थोड़ा सा तेल लगाइए और आटे से थोड़ा सा आटा लेकर इसको लंबाई में शेप दे दीजिए ताकि यह मशीन के सिलेन्डर में आसानी से डाला जा सके. आटे को सिलेन्डर में डालिए और पिस्टन फिक्स कर दीजिए.
सेव तलिए
कढ़ाही में तेल डालकर गरम कर लीजिए. सेव तलने से पहले कढ़ाही के ऊपर हाथ ले जाकर चैक कीजिए कि तेल गरम हुआ या नही. हाथ पर गरमाहट आ रही है, तो तेल सही गरम है. भुजिया तलने के लिए मध्यम गरम घी चाहिए. मशीन का पिस्टन दबाते हुए जितने सेव कढ़ाही में आ जाएं, उतने तलने के लिए तेल में डाल दीजिए.आंच धीमी रखिए. सेव डालते ही तेल में झाग बनने शुरू हो जाएंगे. जैसे ही तेल में झाग बनने खत्म हो जाएं, वैसे ही इन्हें पलट दीजिए और सेव का रंग बदलते ही कढ़ाही से निकालकर प्याले पर रखी छलनी में डाल दीजिए ताकि अतिरिक्त तेल प्याली में चला जाए. थोड़ी देर बाद, छलनी से सेव निकालकर एक प्लेट में रख दीजिए. इसी प्रकार सारे सेव तलकर तैयार कर लीजिए.
मशीन में आटा खत्म होने पर मशीन खोल लीजिए और पिस्टन को ऊपर कर लीजिए. फिर से इसमें आटा भर लीजिए और बिल्कुल पहले की भांति सेव तलकर निकाल लीजिए. एक बार के सेव तलने में 3 से 4 मिनिट लग जाते हैं.
कुरकुरी और स्वादिष्ट फलाहारी आलू भुजिया बनकर तैयार है. आप इसे तोड़कर ठंडा होने के बाद किसी भी कन्टेनर में भरकर रख दीजिए और पूरे एक महीने तक खाते रहिए. यह फलाहारी भुजिया किसी भी व्रत में बनाकर खा सकते हैं.
सुझाव
अगर आप हल्दी पाउडर ना डालना चाहे, तो मत डालिए.
ये सेव बहुत ही पतले होते हैं, इसलिए जल्दी सिक जाते हैं.
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