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Monday 8 May 2017

मूँग दाल की वडी

मूंग की दाल की बड़ी / मंगोड़ी--

पहले दाल की बड़ी (Dal badi) घर पर ही बनाते थे क्योंकि बाजार में ये बड़ियां नहीं मिला करती थी, मिलती भी थी तो काफी महंगी और कुछ मुख्य

दुकानों पर ही मिल पाती थी उनकी क्वालिटी भी घर में बनी जैसी बड़ियों जैसी नहीं होती थी, लेकिन आज के समय में बाजार में विशेष रूप से महिला उद्योग संस्थानों द्वारा बनाई गई बड़िया, आलू चिप्स और पापड़ मिल जाते हैं.

हम यहां मूंग दाल की बड़ियां बना रहे हैं, लगभग इसी तरह सभी प्रकार की बड़ियां बनाई जाती हैं, आपको अपने स्वाद के अनुसार सामग्री लेनी होगी: जैसे उरद की दाल की मसाले वाली बड़ी (Urad Dal Masala Badi), चने की दाल की बड़ी (Chana Dal badi), चने की दाल की बड़ी लौकी या पेठा फल डाल कर भी बनाई जाती हैं. बड़ियों को आप अपने अनुसार छोटी या बड़ी बना सकती हैं,

छोटी आकार की बड़ियां जल्दी सूख जाती हैं, बड़े आकार की बड़ियां देर से सूखती हैं लेकिन बड़े आकार बड़ी जल्दी जल्दी तोड़ ली जाती हैं वहीं छोटी बड़ियों को तोड़ने में समय अधिक लगता है.

मूंग की दाल छिलके वाली या धुली दोनों दालो से बड़ियां बनाई जाती हैं.  छिलके वाली दाल का स्वाद कुछ ज्यादा अच्छा होता है लेकिन धुली दाल से बनी बड़ियां भी अच्छी बनती हैं. हम अभी धुली मूंग दाल से ये बड़ी बना रहे है।

आवश्यक सामग्री -

मूंग की दाल - 200 ग्राम (एक कप)
हींग - 1 पिंच
तेल - 2 छोटे चम्मच
थालियां - 2-3

विधि--

दाल को साफ कीजिये और साफ पानी से धोकर पीने वाले पानी में 3-4 घंटे के लिये भिगो दीजिये. दाल का अतिरिक्त पानी निकाल दीजिये और बिना पानी डाले थोड़ी दरदरी दाल पीसिये, ज्यादा बारीक पिसी दाल से बनी बड़ी ठोस हो जाती हैं.

पिसी हुई दाल को किसी बड़े बर्तन में निकालिये, हींग को 1 छोटी चम्मच पानी में घोलिये और दाल में मिला दीजिये, दाल को 4-5 मिनिट तक खूब फैटिये, ये दाल बड़ी बनाने के लिये तैयार हो गई है.

सूखी साफ थालियों में तेल लगाकर चिकना कर लीजिये. हाथ में जितनी दाल आसानी से आ जाय ले लीजिये बिलकुल उसी तरह जैसे आप पकोड़े बनाने के लिये बेसन या दाल का पेस्ट उठाती हैं. उंगलियों की सहायता से थोड़ा थोड़ा दाल का पेस्ट गिराइये. बराबर दूरी पर और बराबर की बड़ियां  बनाने के लिये तो आपको प्रेक्टिस करनी होगी, बड़ियां यदि छोटी बड़ी होंगी तो भी स्वाद में कोई फरक नहीं होगा. जितनी दाल की बड़ियां एक थाली में आ जाय उतनी बड़ियां बना लीजिये, थाली भरने के बाद दूसरी थाली में बड़ियां तोड़िये. सारी दाल का पेस्ट करने के बाद बड़ियों से भरे थाल धूप में रखिये.

अगर तेज धूप है और आपने ये बड़ियां सुबह ही बना दी है तो शाम तक काफी हद तक सूख जाती हैं (बड़ियां सुबह ही बनाई जाती है ताकि दिन भर की धूप में सूख सकें). सूखकर थाली से बड़ियां आसानी से निकल आती हैं, दूसरे दिन आप उन्हैं एक ही थाली में डालकर सुखा लीजिये.

मूंग की दाल की बड़ियां सूख कर तैयार हो गई हैं, आप इन्हैं साफ और सूखे कन्टेनर में भर कर रख लीजिये. जब भी आपका मन करे 6 महिने तक कन्टेनर से आवश्यकतानुसार बड़ियां निकालिये और बड़ियों से सब्जी बना लीजिये.

सावधानियां
बड़ियों को अच्छी तरह सुखा कर ही भरिये, नहीं तो वे खराब हो जायेंगी.
दाल को बहुत ज्यादा घंटो तक भिगोने से बड़ियों का स्वाद उतना अच्छा नहीं बनता.

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