grah 1 3

ss

Tuesday, 2 May 2017

दाल भरी खस्ता कचौरी

दाल भरी खस्ता कचौरी--


दाल भरी नर्म खस्ता कुरकुरी कचौरी, हम इसे किसी भी त्यौहार और अवसर पर बना सकते हैं. इसकी शैल्फ लाइफ भी अधिक होती है. इसे बनाकर हम एक सप्ताह तक प्रयोग कर सकते हैं.

आवश्यक स‌ामग्री -

मैदा - 2 कप (250 ग्राम)
घी - 1/3 कप (75 ग्राम)
उड़द की दाल - ¼ कप (50 ग्राम) (भीगी हुई)
सौंफ़ पाउडर - 1 छोटी चम्मच
धनिया पाउडर - 1 छोटी चम्मच
जीरा पाउडर - आधा छोटी चम्मच
हींग - 1 पिंच
अदरक पाउडर - ¼ छोटी चम्मच
अमचूर पाउडर - आधा छोटी चम्मच
गरम मसाला - ¼ छोटी चम्मच
बेकिंग स‌ोडा - ¼ छोटी चम्मच से कम
नमक - 1 छोटी चम्मच या स्वादानुसार
तेल - तलने के लिए

विधि -

उड़द की दाल को धोकर 2 घंटे के लिए भिगो कर रख दीजिए. इसके बाद दाल से अतिरिक्त पानी हटा के भीगी हुई दाल को मिक्सर में दरदरा पीस लीजिए (दाल को पीस‌ने के लिए पानी का उपयोग न करें). पीसी हुई दाल को प्याले में निकाल लीजिए.

किसी बड़े प्याले में मैदा निकाल लीजिए, मैदा में आधा छोटी चम्मच नमक और घी डाल कर अच्छे स‌े मिला दीजिए और थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए एकदम नरम आटा गूंथ कर तैयार लीजिए. आटे को ज्यादा मसल - मसल कर चिकना नहीं करना है.( इतना आटा गूथने में 1/2 कप पानी लग जाता है). आटे को 15-20 मिनिट के लिए ढक कर स‌ैट होने के लिए रख दीजिए.

स्टफिंग बनाएं
स्टफिंग तैयार करने के लिए पैन में 2 टेबल स्पून तेल डालकर गरम कर लीजिए. तेल गरम होने पर धीमी आंच में हींग, जीरा पाउडर, धनिया पाउडर, स‌ौंफ पाउडर डालकर हल्का स‌ा भून लीजिए. (मसालों को धीमी आंच पर भूनिये, ताकि मसाले जले नहीं).

भूने हुए मसाले में पीसी हुई दाल, नमक, लाल मिर्च पाउडर, अदरक पाउडर, अमचूर पाउडर, गरम मसाला और थोड़ा स‌ा बेकिंग स‌ोडा डाल दीजिए. दाल को लगातार चलाते हुए, अच्छी महक और पूरी तरह स‌ूखने तक भून लीजिए. कलछी को पैन के तले पर चलाते हुए भून लीजिए ताकि दाल पैन के तले पर न लगे.
स्टफिंग भुन कर गोल्डन ब्राउन होकर तैयार है. इस‌े प्याले में निकाल कर ठंडा होने के लिए रख दीजिए.

20 मिनिट बाद आटा स‌ैट होकर तैयार है. आटे को थोड़ा स‌ा और ठीक कर लीजिए. आटे स‌े छोटी-छोटी लोईयां तोड़कर तैयार कर लीजिए. कचौरी का आकार आप थोड़ा बड़ा, छोटा या अपनी पस‌ंद के अनुसार बना स‌कते हैं. एक लोई को हाथ पर रख लीजिए और बाकी की लोई को ढक दीजिए. लोई को दोनों हाथों की उंगलियों स‌े प्याली का आकार दे दीजिए.

लोई के ऊपर 1 चम्मच स्टफिंग रख दीजिए. इसके बाद आटे को चारों ओर उठाते हुए स्टफिंग को बंद कर दीजिए. लोई को दूसरे हाथ स‌े दबाते हुए बढ़ा कर पतला कर लीजिए. कचौरी को प्लेट में रख लीजिए. इसी तरह स‌ारी कचौरियों को बनाकर प्लेट में रख लीजिए.

कढ़ाई में तेल डालकर धीमा - मीडियम गरम कर लीजिए. गरम तेल में कचौरियों को तलने के लिए डाल दीजिए. एक बार में जितनी कचौरियां कढ़ाई में आ जाय, उतनी कचौरियां डाल दीजिए. कचौरियों को एक तरफ स‌े स‌िकने पर दूसरी तरफ स‌े पलट दीजिए. कचौरियों को चारों ओर से गोल्डन ब्राउन होने तक तल कर तैयार कर लीजिए.
तली हुई कचौरी को कलछी की मदद स‌े कढ़ाई के ऊपर रोक कर रख लीजिए ताकि अतिरिक्त तेल कचौरी स‌े निकल कर कढ़ाई में वापस चला जाय. कचौरी को प्लेट में निकाल कर रख लीजिए. बची हुई कचौरी को इसी तरह तल कर तैयार कर लीजिए. (एक बार की कचौरी तलने में 12-14 मिनिट लग जाते हैं). उड़द दाल की खस्ता कचौरियां बनकर तैयार हैं.

गरमा गरम खस्ता कचौरी को हरे धनिया की चटनी, टमाटर की चटनी या अपनी मनपसंद चटनी के स‌ाथ परोसिये और इसके स्वाद का मजा लीजिए. कचौरियों को आप 1 सप्ताह तक खाने के लिए उपयोग कर सकते हैं.

स‌ुझाव
आटे को गूथते स‌मय देशी घी या डालडा घी डाल कर आटा को गूंथ सकते हैं.

आटा को ज्यादा मसल-मसल कर चिकना नहीं गूंथना हैं, इसे स‌िर्फ गूंथ कर बाइंड कर लीजिए.


No comments:

Post a Comment