grah 1 3

ss

Wednesday 26 April 2017

लच्छेदार खुरचन वाली रबड़ी रेसिपी

लच्छेदार खुरचन वाली रबड़ी -
बहुत ही कम सामग्री से बनने वाली उत्तरी भारत के पारंपरिक पकवानों में शामिल लच्छेदार रबड़ी किसी भी विशेष अवसर को और भी खास बना दे।

आवश्यक सामग्री -

फुल क्रीम दूध- 1.5 लीटर
पिस्ते- 10 से 12
बादाम- 4 से 5
इलाइची पाउडर- ½ छोटी चम्मच
चीनी- 2.5 टेबल स्पून

विधि -

कढ़ाही में दूध लेकर इसे उबाल आने तक गरम कीजिए. दूध को प्रत्येक 2 मिनिट में चमचे को कढ़ाही के तले तक ले जाते हुए चलाते रहिए ताकि दूध कढ़ाही के तले पर ना लगे.

दूध में उबाल आने के बाद, दूध को तेज आंच पर चलाते हुए ¾ यानिकि 1 लीटर रह जाने तक गाढ़ा होने दीजिए. यदि दूध उफनने लगे, तो तुरंत गैस कम कर दीजिए और फिर, तेज कर दीजिए. दूध को गाढ़ा करते समय प्रत्येक 2 से 3 मिनिट में दूध को चमचे से चलाते रहिए.

इसी बीच, पिस्तों को बारीक काटकर तैयार कर लीजिए. बादाम को भी पतला-पतला काट लीजिए. इस दौरान दूध पर भी पूरी नजर बनाएं रखे कि दूध उफने भी न और तले पर भी नही लगे.

दूध के गाढ़ा होते ही, आंच मध्यम कर दीजिए और दूध के ऊपर जो मलाई आ रही हो, उसे किनारे पर लगा दीजिए. इसे नीचे से भी कभी-कभी चमचे से चला लीजिए और जैसे-जैसे दूध पर मलाई आती जाए, वैसे-वैसे मलाई किनारे पर लगाते जाइए. कढ़ाही में सिर्फ 250 मिली दूध बचना चाहिए. तब तक, यही प्रक्रिया दोहराते रहिए. दूध पर मलाई की परत पड़ते ही मलाई को कढ़ाही के किनारे चिपका दीजिए.

कढ़ाही में जब करीब 250 से 300 मिली गाढ़ा दूध बचे, तब इसमें इलाइच़ी पाउडर डालकर मिला दीजिए. साथ ही चीनी भी डाल दीजिए और चीनी के घुलने तक इसे पकने दीजिए. चीनी के दूध में घुलते ही गैस बंद कर दीजिए और रबड़ी को थोड़ा ठंडा होने दीजिए.

रबड़ी के ठंडा होने के बाद, कढ़ाही से मलाई वाले लच्छों को खुरचकर गाढ़े दूध में मिक्स कर दीजिए. सारे मलाई के लच्छों के दूध में मिक्स होते ही रबड़ी तैयार है. इसे प्याले में निकाल लीजिए.

लच्छेदार रबड़ी को कटे हुए पिस्ते और बादाम से गार्निश करके सर्व कीजिए और इसके लच्छे के फीके और मिठास से भरे गाढ़े दूध के मिले जुले स्वाद का अनुभव कीजिए.

सुझाव

दूध को चलाते समय पूरा ध्यान रखें कि चमचे को कढ़ाही के तले पर ले जाते हुए चलाएं. दूध बिल्कुल भी कढ़ाही के तले पर लगना नही चाहिए.
मलाई की परत पड़ने के लिए दूध को नीचे से गरम होना चाहिए और ऊपर से कम गरम. इसलिए आग को मध्यम रखे.
परंपरागत रूप से रबड़ी में मेवे नही डाले जाते. पर आप चाहे, तो इसमें मेवे जैसे कि बादाम, पिस्ते डाल सकते हैं.
बुजुर्गों या बच्चों के लिए रबड़ी में मेवे ना डालें. मेवे के बिना भी रबड़ी बहुत अच्छी लगती है क्योंकि इसमें पड़ने वाली मलाई के जो लच्छे बन जाते हैं उनका अपना एक अलग ही स्वाद होता है.

No comments:

Post a Comment