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Friday 16 June 2017

मिल्क पाउडर से बने गुलाब जामुन

गुलाब जामुन को किसी परिचय की जरूरत नहीं है! पारंपरिक तरीके में गुलाब जामुन मावा (खोया) में से बनाये जाते है लेकिन कई बार ऐसा होता है की मावा दुकान में उपलब्ध नहीं होता है और आपको इसे घर पर बनाने की जरूरत पड़ती है। तो चीजों को आसान बनाने के लिए इस रेसिपी में मिल्क पाउडर (दूध का पाउडर) में से गुलाब जामुन बनाना स्टेप बाय स्टेप फोटो के साथ सिखाया गया है। मावा से बने गुलाब जामुन और मिल्क पाउडर में से बने गुलाब जामुन के बीच मुख्य अंतर यह है कि मावा के जामुन अंदर से स्मूथ (उसकी सतह देखने में सपाट होती है) होते है, जबकि मिल्क पाउडर से बने जामुन में अंदर थोड़े छोटे छोटे छेद (झरझरा) दिखाई देते है।
अगर आप एक ऐसी जगह पर रहते हैं जहां मावा आसानी से उपलब्ध नहीं है या आप इसे घर पर बनाना नहीं चाहते हैं तो हम आपको हर किराने की दुकान पर आसानी से मिलने वाले मिल्क पाउडर में से गुलाब जामुन बनाने कि सलाह देते हैं। हालांकि, इसमें से एकदम सही जामुन बनाने के लिए आपको थोड़ा खाना पकाने का अनुभव चाहिए क्योंकि इसमें एकदम सही आटा बनना चाहिए और सही तरीके से जामुन को तलने होगे। नीचे दिए गए हर एक स्टेप के फोटो, सुझावों और रेसिपी के विस्तृत विवरण के मार्गदर्शन के साथ, आप सिर्फ 30 मिनट में घर पर गुलाब जामुन बना सकते है।


पूर्व तैयारियों का समय: 20 मिनट
खाना पकाने का समय: 30 मिनट
कितने लोगो के लिए: 9-10 जामुन
अंग्रेज़ी में गुलाब जामुन (मिल्क पाउडर) रेसिपी पढ़े (Read in English)

सामग्री:
1 कप शक्कर
3 हरी इलायची
1½ कप पानी
नींबू के रस की 1-2 बूंदें, वैकल्पिक
1/2 कप दूध का पाउडर
1 टेबलस्पून मैदा
1/8 टीस्पून (एक छोटी सी चुटकी) बेकिंग सोडा
1 टेबलस्पून घी
2-3 टेबलस्पून दूध
तेल या घी, तलने के लिए

विधि👉

चाशनी (सिरप) बनाने के लिए एक गहरे बर्तन में 1 कप चीनी, 3 हरी इलायची और 1½ कप पानी ले और उसके ऊपर नींबू के रस की 1-2 बूँदें डाले। चाशनी ठंडी होने के बाद जमे नहीं इसलिये नींबू का रस डाला गया है।
उसे मध्यम आंच पर गरम करने रखे, जब चीनी पिघल जाये तब चाशनी को चेक कर ले। यह थोड़ी चिपचिपी (या 1/2 तार जैसी) होनी चाहिये। उसे चेक करने के लिए उसकी 1-2 बुँदे छोटी प्लेट में डाले और उसे अंगूठे और ऊँगली के बीच लेकर देखे, अगर चिपचिपा लगता है तो चाशनी तैयार है। बीच में कभी कभी चम्मच से चलाते रहे ताकि चाशनी जले नहीं। इसमें लगभग 8-10 मिनट का समय लगेगा। चाशनी तैयार है, गैस बंद कर देते हैं।
1/2 कप मिल्क पाउडर, 1 टीस्पून मैदा और 1/8 टीस्पून बेकिंग सोडा एक परात या थाली में ले।
एक चम्मच से अच्छी तरह मिक्स कर ले और बाद में 1 टेबलस्पून घी डाले।
अपने हाथ से अच्छे से मिला ले ताकि घी मिल्क पाउडर के साथ समान रूप से मिक्स हो जाये।
मिश्रण के ऊपर समान रूप से 2 टेबलस्पून दूध छिड़के और हल्के हाथ से मिला ले।
मिश्रण नरम होना चाहिए। यदि आवश्यकता हो तो, कुछ टीस्पून ओर दूध डाले और हल्के से मिला लें। अगर यह चिपचिपा लगे तो चिंता मत करे। मिश्रण को ज्यादा गूथना नहीं है, बस इसे हल्के ढंग से मिला लें। अगर आप मिश्रण को ज्यादा गूथेंगे तो जामुन सख्त बनेंगे और ठीक से चाशनी नहीं सोख सकेंगे।
अपनी हथेलियों को तेल या घी लगाकर चिकना कर ले और मिश्रण को (9-10) छोटे भागों में विभाजित करे। प्रत्येक भाग में से एक गोला बनाइये, ध्यान रखे की इसमें दरारे नहीं होनी चाहिए। अगर दरार दिखाई देती है तो इसका मतलब यह है कि मिश्रण सूखा है। मिश्रण को नरम करने के लिए उसमे 1-2 टीस्पून दूध (या कुछ बूँदें) डाले और अच्छेसे मिला ले। बहुत बड़े गोले मत बनाइये क्योंकि तलने और चाशनी सोखने के बाद इसका आकार लगभग दोगुना हो जायेगा।
एक छोटी कड़ाई में तलने के लिए घी या तेल मध्यम आंच पर गरम करें। जब तेल मध्यम गरम हो जाये तब मिश्रण का एक छोटा सा हिस्सा तेल में डाले, अगर वह रंग बदले बिना ही तुरंत ऊपर की ओर आता है तो तेल मध्यम गरम है और तलने के लिए तैयार है (अगर वह तुरंत ही ऊपर आता है और भूरे रंग का हो जाता है तो तेल बहुत ज्यादा गरम है इसलिये उसे थोड़ा ठंडा करने की जरूरत है, अगर वह तुरंत ऊपर नहीं आता है तो तेल पर्याप्त गरम नहीं है उसे थोड़ा और अधिक गरम करने की जरूरत है।)। धीरे से 3-4 गोले (कड़ाही की साईज़ के अनुसार) कड़ाही की किनारो से तेल में डाले और आंच को कम कर दे।
कलछी से तेल को चलाते हुए उन्हें धीमी आंच पर तल ले। 2-3 मिनट के बाद उनका रंग हल्का सुनहरा होने लगेगा।
उन्हें सुनहरा भूरा होने तक तल ले, इसमें लगभग 6-7 मिनट का समय लगेगा। उन्हें कड़ाही में से निकालकर अतिरिक्त तेल सोखने के लिए पेपर नैपकिन के ऊपर डाले। जरुरत पड़ने पर आंच को कम या ज्यादा कर के तेल का तापमान एक समान रखें। अब तेल का तापमान मध्यम करे और स्टेप-9, 10 और 11
के अनुसार बाकी बचे गोले भी तल ले।
3-4 मिनट के लिए चाशनी गरम करें और उसमें तले हुए जामुन के गोले डाले। जामुन को परोसने से पहले कम से कम 2 घंटे के लिए चाशनी में रखें ताकि यह अच्छे से चाशनी सोख ले। जामुन जैसे ही चाशनी सोखने लगेंगे वैसे ही उसका आकार बढ़ने लगेगा। जामुन परोसने के लिए तैयार हैं।
सुझाव और बदलाव:
समय का बचाव करने के लिए स्टेप-8 में गोले बनाने से पहले ही कड़ाही में तलने के लिए तेल (या घी) गरम करने रख दे ताकि जब गोले बन जायेंगे तब तक तेल भी गरम हो जायेगा (स्टेप-9)।
अगर गलती से चाशनी ज्यादा पक जायेगी तो यह ठंडी होने के बाद जम (कठिन) जाएगी। इस गलती को सुधारने के लिए इसमें थोड़ा पानी डाले और कलछी से चलाते हुए कुछ मिनट के लिए फिर से पकाइये।
स्टेप-7 में मिश्रण को ज्यादा मत गूंथिये वरना जामुन सख्त बनेगे।
बेकिंग सोडा की मात्रा बदले नहीं वरना जामुन रब्बर जैसे बनेगे।
जामुन को एकदम सही तलने के लिए उन्हें मध्यम-कम आंच पर तले।
तेल तलने के लिए बराबर गरम है के नहीं वो जांचने के लिए इस का पालन करे- जब तेल मध्यम गरम हो जाये तब उसमे मिश्रण का एक छोटा सा हिस्सा डाले और देखे की अगर वह रंग बदले बिना ही तुरंत ऊपर की ओर आता है तो तेल मध्यम गरम है और तलने के लिए तैयार है। अगर वह तुरंत ही ऊपर आता है और भूरे रंग का हो जाता है तो तेल बहुत ज्यादा गरम है उसे थोड़ा ठंडा करने की जरूरत है। अगर वह तुरंत ऊपर नहीं आता है तो तेल पर्याप्त गरम नहीं है उसे थोड़ा और अधिक गरम करने की जरूरत है।
स्वाद में बदलाव के लिए चाशनी में केसर की किस्में या गुलाब की पत्तिया डाले।
स्वाद: इलायची की हल्की खुशबू वाले चाशनी में डूबे नरम मीठे गोले
परोसने के तरीके: गर्म गुलाब जामुन को वनीला आइसक्रीम के साथ डेज़र्ट के रूप में या भोजन के साथ एक मिठाई के रूप में परोसें।

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